1. रुचि (Interest) देखना सबसे ज़रूरी है
जिस विषय में पढ़ने में मजा आता हो, उसी को चुनें।
जब interest होता है तो पढ़ाई बोझ नहीं लगती।
2. काबिलियत (Aptitude) को समझें
अपने मजबूत और कमजोर विषय पहचानें।
अगर मैथ्स या साइंस कमजोर है, तो सोच-समझकर लें। अगर भाषा या आर्ट्स में अच्छे हैं, तो उसी में आगे बढ़ें।
3. भविष्य के लक्ष्य (Career Goals) ध्यान में रखें
सोचें कि आप भविष्य में क्या बनना चाहते हैं: इंजीनियर, डॉक्टर, टीचर, वकील, या बिज़नेस मैन?
उसी के अनुसार subjects चुनें।
4. मार्केट डिमांड और स्कोप समझें
आजकल कौन-से क्षेत्रों में अवसर अधिक हैं, ये देख लें।
Emerging fields जैसे Data Science, Artificial Intelligence, Law, Digital Marketing आदि पर भी ध्यान दें।
5. गाइडेंस लें (Teacher / Parents / Career Counsellor)
सही सलाह लेने से दिशा साफ होती है।
जो लोग पहले ये रास्ता तय कर चुके हैं, उनसे अनुभव पूछें।
6. संतुलन बनाए रखें (Balance of Difficulty & Interest)
कुछ विषय कठिन हो सकते हैं, लेकिन अगर उनमें भविष्य है और आपको दिलचस्पी है, तो थोड़ा परिश्रम करने से पीछे न हटें।
7. एक्स्ट्रा करिकुलर इंटरेस्ट देखें
अगर आपको कोई extracurricular skill पसंद है (जैसे design, writing, photography, या art), तो उन subjects का भी चुनाव करें जो आपके passion से जुड़े हों।
8. लंबी दूरी की सोच रखें (Long Term Thinking)
आज जो आसान लग रहा हो, वो भविष्य में फायदेमंद होगा या नहीं, ये ज़रूर सोचें।
इन बातों का ध्यान रख कर यदि आप सब्जेक्ट का सिलेक्शन करे तो ये एक अच्छा फैसला हो सकता हैं |
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